किसी भी इलेक्ट्रिक व्हीकल की रनिंग कॉस्ट उसकी रेंज पर निर्भर होता है। अगर रेंज ज्यादा है, तो रनिंग कॉस्ट कम होती हैं। इसीलिऐ सबसे अधिक चिंता EV में रेंज या माइलेज की होती हैं।
अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल की लोड केरिंग कैपिसिटी का ध्यान रखें। ओवरलोड ना करे। कम वजन होने से अधिक रेंज मिलगी। अधिक लोड हो जाने पर बैटरी से अधिक पॉवर ली जाती है, जिससे रेंज कम हो जाती हैं।
जब तक कोई आपात स्थिति न हो, हर बार जब आपको धीमा करने की आवश्यकता हो, तो ब्रेक को जोर से न खींचें।
अधिकतम रेंज प्राप्त करने और बैटरी को सुरक्षित रखने के लिए, बैटरी को पूरी तरह से डिस्चार्ज नहीं होने देना चाहिऐ।
10 से 20 प्रतिशत बैटरी शेष हो तब चार्ज करना ठीक होगा।
जब तक कोई आपात स्थिति न हो, हर बार जब आपको धीमा करने की आवश्यकता हो, तो ब्रेक को जोर से न खींचें।
पावर-सेविंग मोड में अपने व्हीकल को चलाये। स्पीड मोड में बैटरी तेजी से डाउन होती है, जिसके परिणामस्वरूप कम रेंज मिलती है।
पहिए साफ-सुथरे होना चाहिऐ। यदि स्कूटर में डिस्क ब्रेक हैं, तो उन्हें भी चेक करते रहना चाहिऐ। आवश्यकता न हो तो स्कूटर की लाइट, ब्लूटूथ और अन्य अनावश्यक इलेक्ट्रॉनिक्स बंद रखें।
इलेक्ट्रिक व्हीकल में बहुत अधिक विद्युत सहायक उपकरण न जोड़े, इससे बैटरी की खपत अधिक होगी और रेंज कम हो जायेगी।